बदल गया वक़्त बदल गयी बातें, बदल गयी मोहब्बत;
कुछ नहीं बदला तो वो है इन आँखों की नमी और तेरी कमी।
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
बदल गया वक़्त बदल गयी बातें, बदल गयी मोहब्बत;
कुछ नहीं बदला तो वो है इन आँखों की नमी और तेरी कमी।
कितना प्यार है तुमसे वो लफ्ज़ो के सहारे कैसे बताऊ,
महसूस कर मेरे एहसास, गवाही कहाँ से लाऊ..
मोहब्बत करने चला है,
तो कुछ अदब भी सीख लेना ऐ दोस्त…
इसमें हंसते साथ हैं,
पर रोना अकेले ही पड़ता है….
मेरी जान ले रही हैं सादा निगाह तेरी,
हैं मशविरा ये मेरा काज़ल लगा के आओ..!!
तेरी मुहब्बत पर मेरा हक तो नही पर दिल चाहता है,
आखरी सास तक तेरा इंतजार करू !
दुनिया में सब चीजे मिल जाती है….
केवल अपनी गलती नहीं मिलती|
बड़ा फर्क है आपकी और मेरी मोहब्बत में…
आप परखते रहे…और हमने ज़िंदगी यकीन में गुजार दी…!
बदल जाओ वक़्त के साथ या फिर वक़्त बदलना सीखो ,
मजबूरियो को मत कोसो हर हाल में चलना सीखो !!
अभी तो दिल में हलकी सी खलिश महसूस होती है…
बहुत मुमकिन है कल इसका नाम मुहब्बत हो जाए …
सुनो जरा फिर से याद आ जाओ ना ..!
कुछ आँसुओ ने अर्ज़ी दी है रिहाई की ..