आँख का आंसू ना हमसे बच सका ,
…
घर के सामान की हिफाजत क्या करें….
Tag: हिंदी शायरी
ज़िन्दगी तस्वीर भी है
ज़िन्दगी तस्वीर भी है और तकदीर भी!
फर्क तो रंगों का है!
मनचाहे रंगों से बने तो तस्वीर;
और अनजाने रंगों से बने तो तकदीर!!
या तो हमें मुकम्मल
या तो हमें मुकम्मल, चालाकियां सिखाई जाएं;
नहीं तो मासूमों की, अलग बस्तियां बसाई जाएं!
उसने फिर मेरा हाल पूछा है…
उसने फिर मेरा हाल पूछा है…
कितना मुश्किल सवाल पूछा है॥
कुछ तो हम ख़ुद भी
कुछ तो हम ख़ुद भी नहीं चाहते शौहरत अपनी,और कुछ लोग भी ऐसा नहीं होने देते…!!
मुंह खोल कर
मुंह खोल कर तो हंस देता हूँ मैं आज भी साहब,
दिल खोल कर हंसे मुझे ज़माने गुज़र गए
कभी जी भर के
कभी जी भर के बरसना…
कभी बूंद बूंद के लिए तरसना…
ऐ बारिश तेरी आदतें मेरे यार जैसी है…!!
ना ढूंढ मेरा किरदार
ना ढूंढ मेरा किरदार दुनियाँ की भीड़ में…
वफादार तो हमेशा तन्हां ही मिलते है ।
इंतज़ार की आरज़ू
इंतज़ार की आरज़ू अब खो गयी है,
खामोशियो की आदत हो गयी है,
न शिकवा रहा न शिकायत किसी से,
अगर है… तो एक मोहब्बत,
जो इन तन्हाइयों से हो गई है ।
रोशनी बहुत दूर तक
रोशनी बहुत दूर तक जाएगी मेरी,
शर्त ये है कि सलीक़े से जलाओ मुझको……