बेशक तुमहे गुस्सा करने का हक हे मुजपे.
पर नाराजगी मे ये मत भुल जाना की
हम बहुत प्यार करते हे तुमसे।
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
बेशक तुमहे गुस्सा करने का हक हे मुजपे.
पर नाराजगी मे ये मत भुल जाना की
हम बहुत प्यार करते हे तुमसे।
जिन्दा रहो जब तक ,लोग कमियां ही निकालते हैं ,
मरने के बाद जाने कहाँ से इतनी अच्छाइयां ढूंढ लाते है
खुद पे भरोसा है तो खुदा साथ है
अपनो पे भरोसा हे तो दुआ साथ है
जिदंगी से हारना मत ऐ दोस्त ज़माना हो ना हो
ये दोस्त तेरे साथ है….
शेर की भुख ओर हमारा लुक दोनो ही जान लेवा हे !
जिंदगी में अपनापन तो हर कोई दिखाता है..
पर अपना हैं कौन ?यह वक़्त ही बताता हैं
आइना होती है ये जिंदगी
मेरे दोस्त…
तू मुस्कुरा,
वो भी मुस्कुरा देगी…!
शख्सियत अच्छी होगी तभी दुश्मन बनेंगे,
वरना बुरे की तरफ देखता कौन है..
कितनी मासूम होती है ये दिल की धड़कनें,
कोई सुने ना सुने ये खामोश नही रहती..
नसीहतें अच्छी देती है दुनिया,
अगर दर्द किसी और का हो..
बारिश के बाद रात आईना सी थी,
एक पैर पानी मे रखा तो चाँद हिल गया.