अगर दिल टूटे तो मेरे पास चले आना !
मुझे बिखरे हुये लोगो से मोहब्बत बहुत है ….
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
अगर दिल टूटे तो मेरे पास चले आना !
मुझे बिखरे हुये लोगो से मोहब्बत बहुत है ….
मैं जो सब का दिल रखती हूँ,,,
सुनो मैं भी एक दिल रखती हूँ…
इश्क का धंदा ही बंद कर दिया साहीब
मुनाफे में जेब जले और घाटे में दिल |
तुमसे मोहब्बत की होती तो शायद तुम्हें भुला भी देते,
इबादत की है, मरते दम तक सजदे करेंगे..
अजीब तरह से गुजर रही है जिंदगी,
सोचा कुछ, किया कुछ, हुआ कुछ और मिला कुछ !!
लगाकर आग दिल में अब तुम चले हो कहाँ….
अभी तो राख उड़ने दो तमाशा और भी होगा |
जमीर ही आँख नही मिलाता वरना,
चेहरा तोआईने पर टूट पड़ता है….
गम ऐ बेगुनाही के मारे है,, हमे ना छेडो..
ज़बान खुलेगी तो,,
लफ़्ज़ों से लहू टपकेगा.
उम्मीद से कम चश्मे खरीदार में आए
हम लोग ज़रा देर से बाजार में आए..
संभल के चलने का सारा गुरूर टूट गया
एक ऐसी बात कही उसने
लड़खड़ाते हुए|