किसी ने यूँ ही पूछ लिया हमसे कि दर्द की कीमत क्या है;
हमने हँसते हुए कहा,
“पता नहीं… कुछ अपने मुफ्त में दे जाते हैं।”
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
किसी ने यूँ ही पूछ लिया हमसे कि दर्द की कीमत क्या है;
हमने हँसते हुए कहा,
“पता नहीं… कुछ अपने मुफ्त में दे जाते हैं।”
पलकों तले भी अक्सर धड़कन महसूस होती है,
जब चूमा एक जोड़ी होठों ने तो अहसास हुआ..
सिखा दिया हैं जहां ने , हर जख्म पे हसना ……
.
ले देख जिन्दगी , अब तुझसे नही डरता …..!!
उलझा कर उन्हें कुछ अनसुलझे सवालों में..
..
आज जी भर के फिर मैंने देखा उन्हें..!!
खोए हुए हम खुद हैं,
और ढूंढते #भगवान को हैं |
बस यही दो मसले, जिंदगीभर ना हल हुए!!!
ना नींद पूरी हुई, ना ख्वाब मुकम्मल हुए!!!
वक़्त ने कहा…..काश थोड़ा और सब्र होता!!!
सब्र ने कहा….काश थोड़ा और वक़्त होता!!!
सुबह सुबह उठना पड़ता है कमाने के लिए साहेब…।।
आराम कमाने निकलता हूँ आराम छोड़कर।।
शिकायते तो बहुत है तुझसे ऐ जिन्दगी,
पर चुप इसलिये हु कि, जो दिया तूने,
वो भी बहुतो को नसीब नहीं होता
नफरत करने वाले भी गज़ब का प्यार करते हैं मुझसे…
जब भी मिलते हैं कहते हैं तुझे छोड़ेंगे नहीं…।।