बदलेँगे नहीँ ज़ज्बात मेरे तारीखोँ की तरह…
बेपनाह इश्क करने की ख्वाहीश उम्र भर रहेगी
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
बदलेँगे नहीँ ज़ज्बात मेरे तारीखोँ की तरह…
बेपनाह इश्क करने की ख्वाहीश उम्र भर रहेगी
जाने कितने झूले थे फाँसी पर,कितनो ने गोली खाई थी….
क्यो झूठ बोलते हो साहब, कि चरखे से आजादी आई थी….
मोहब्बत मै जबरदस्ती अच्छी नहीं होती
जब आपका दिल चाहे तब मेरे हो जाना
तेरी वफ़ा के तकाजे बदल गये वरना,
मुझे तो आज भी तुझसे अजीज कोई नहीं…!
मैंने अपने दिल से तेरा
रिश्ता पुछा, कम्बखत कहता है,
जितना मैं उसका हूँ, उतना तेरा भी नहीं..
कौन चाहता है खुद को
बदलना..
किसी को प्यार तो किसी को नफरत बदल देती है..
सूरज, सितारे, चाँद मेरे साथ
में रहे.,.
जब तक तुम्हारे हाथ मेरे हाथ में रहे.,,
साखों से टूट जाये वो पत्ते नहीं हैं हम.,,
आंधी से
कोई कह दे के औकात में रहे.,.,!!!
हर नज़र से उम्मीद मत कर
ऐ दिल! प्यार से देखना किसी की आदत भी होती है॥
दिललगी मै वक़्त-ए-तन्हाई
ऐसा भी आता है,
रात तो आसानी से गुजर जाती है, मगर अँधेरे नही जाते!!
मंजिले तो हासिल कर ही
लेगे, कभी किसी रोज,,,
ठोकरे कोई जहर तो नही, जो खाकर मर जाऐगे…..