आज एक दुश्मन ने धीरे से कान में कहा,
यार इतना मत मुस्कुराया कर बहोत जलन होती है !!
Tag: शर्म शायरी
खुशी से गुजार दे
दिल दे तो इस मिजाज का परवरदिगार दे, जो रंज की घड़ी भी खुशी से गुजार दे।
एक हँसती हुई परेशानी
एक हँसती हुई परेशानी, वाह क्या जिन्दगी हमारी है।
हम जिंदगी में
हम जिंदगी में बहुत सी चीजे खो देते है,
नहीं जल्दी बोल कर और हाँ देर से बोल कर..
धुले नहीं दाग खून के
धुले नहीं दाग खून के और
हमे बद्दुआ देने चले आए है।
कुछ कहते खामोशियों से
कुछ कहते खामोशियों से कुछ नजरों से बतियाते है
चन्द गुजरे लम्हे है ये, कुछ रोते कुछ मुस्काते है
बस यही हिसाब है तेरा, कोई आना कोई जाना है
गुजर जानी है जिंदगी , याद रहनी मुलाकाते है।
गीली आँखों का दर्द
गीली आँखों का दर्द कुछ ख़फ़ा सा है…
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ये जो सीने में धड़कता है बेवफ़ा सा है…
आहिस्ता बोलने का
आहिस्ता बोलने का उनका अंदाज़ भी कमाल था..
कानो ने कुछ सुना नही और दिल सब समझ गया..
दिल का दर्द है
हर अल्फाज दिल का दर्द है मेरा पढ़ लिया करो,
कोन जाने कोन सी शायरी आखरी हो जाये
तुम सामने बैठी रहो
तुम सामने बैठी रहो,तुम्हारा हुस्न पिता रहूं,मौत जो आ गयी दरमियाँ,मरकर भी जीता रहूं|