सबके कर्ज़े चुका दूँ मरने से पहले,ऐसी मेरी नीयत है… मौत से पहले तू भी बता दे ज़िंदगी,तेरी क्या कीमत है.!!!
Tag: शर्म शायरी
तेरा वजूद है
तेरा वजूद है कायम मेरे दिल में उस इक बूँद की तरह… जो गिर कर सीप में इक दिन मोती बन गयी…
बहुत सोचकर आज खुद से
बहुत सोचकर आज खुद से ये सवाल किया मैने… ऐसा क्या है मुझमे के लोग मुझसे वफा नही करते.!!!
हुई शाम उन का
हुई शाम उन का ख़याल आ गया वही ज़िंदगी का सवाल आ गया…
जब वो मुझको…
जब वो मुझको…मेरा नहीं लगता, कुछ भी अपनी जगह नहीं लगता.!!
तेरा रुतबा बहुत
तेरा रुतबा बहुत बुलंद सही, ……देख हम भी खुदा के बन्दे हैं.!!
हर वक़्त ख्याल उसका
हर वक़्त ख्याल उसका ऐ दिल, क्या मैं तेरा कुछ भी नहीं लगता..
ज़िंदगी भर नम रहीं
ज़िंदगी भर नम रहीं आँखें तो क्या . ले तेरे बिन भी गुज़ारा कर लिया…
एहसास ए मोहब्बत
एहसास ए मोहब्बत क्या है ज़रा हमसे पूछो ? करवटें तुम बदलते हो नींद मेरी उड़ जाती है …
मुझे सम्भालने मे
मुझे सम्भालने मे इतनी अहेतीयात मत कर , मै बिखर न जाऊ कहीँ तेरी हिफाजत मे..