Humne ishq kia to jahan ke gunehgar ho gaye..
Or wo dil tod ke jaise farista ho gaya..!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
Humne ishq kia to jahan ke gunehgar ho gaye..
Or wo dil tod ke jaise farista ho gaya..!
तेरा मुझसे खफा होने का असर कुछ युँ हुआ मुझपर,
मुझे खुद से ही खफा रहने की आदत सी हो गई..!
जिनके बिना इक दिन कभी जीना मुहाल था
ता’ज्जुब है कि अब उनकी याद तक नहीं आती
सूरज भी लगे जैसे न सोया हो रात भर
ख़ुद रात भी – अब देर रात तक नहीं आती
बात ये है कि कभी कहा था
“जबसे मेरा अफ़साना शहर में हुआ है आम
लोगों को नींद देर रात तक नहीं आती”
झरे दिन जैसे मुट्ठी रेत की, या
उमर-मछली फिसल दरिया में जाए
मुहब्बत की भी कोई उम्र तय है?
अगर अब है तो फिर आए-न-आए!
तू गलती से भी कन्धा न देना मेरे जनाजे
को ऐ दोस्त….
कहीं फिर जिन्दा न हो जाऊं तेरा सहारा देखकर.!
जीवन का सबसे बड़ा अपराध –
किसी की आँख में आंसू आपकी वजह से होना।
और
जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि –
किसी की आँख में आंसू आपके लिए होना।
मोक्ष का एक ही मार्ग है। और वह बिल्कुल सीधा ही है।
अब मुशकिल उन्हें होती है।
जिनकी चाल ही टेड़ी है।