बात हुई थी

बात हुई थी समंदर के किनारे किनारे चलने की

बातों बातों में निगाहों के समंदर में डूब गयी

मेरे बस में

मेरे बस में हो तो लहरों को इतना भी हक न दूं,
लिखूं नाम तेरा किनारे पर लहरों को छुने तक ना दूं।