मिल जाता है

सुना है सब कुछ मिल जाता है खुदा कि दुआ से ,

मिलते हो अब खुद या मांग लू तुम्हें खुदा से ?

मुझे भी आता है

हर कोई मुझे जिंदगी जीने का तरीका बताता है।

उन्हे कैसे समझाऊ की एक ख्वाब अधुरा है मेरा…
वरना जीना तो मुझे भी आता है.

रात रोने से

रात रोने से कब घटी साहब

बर्फ़ धागे से कब कटी साहब

सिर्फ़ शायर वही हुए जिनकी

ज़िंदगी से नहीं पटी साहब..