दुख की बात

दुख की बात ये है की….
वक्त बहुत कम है….!!

ख़ुशी की

बात ये है की….
अभी भी वक्त है….!!

जैसी सोच..
वैसी जिंदगी….!!

याद मत आओ

खनक उठें न पलकों पर कहीं जलते हुए आँसू,, तुम इतना याद मत आओ के सन्नाटा दुहाई दे..!

बिगङी तकदीरें..

तमाम ठोकरें खाने के बाद, ये अहसास हुआ मुझे..
कुछ नहीं कहती हाथों की लकीरें,खुद बनानी पङती हैं बिगङी तकदीरें..

किसी उदास मौसम

किसी उदास मौसम में,
मेरी आँखों पे वो हाथ रख दे

अपना,
और हसती हुई कह दे,
पहचान लो तो हम तुम्हारे
ना पहचानो तो तुम

हुमारे..