कभी तुम पूछ लेना, ……कभी हम भी ज़िक्र कर लेगें….
छुपाकर …..दिल के दर्द को,….. एक दूसरे की फ़िक्र कर लेंगे…..
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
कभी तुम पूछ लेना, ……कभी हम भी ज़िक्र कर लेगें….
छुपाकर …..दिल के दर्द को,….. एक दूसरे की फ़िक्र कर लेंगे…..
किसी रिश्ते में निखार, सिर्फ अच्छे समय में हाथ मिलाने से नहीं आता
बल्कि ……
नाज़ुक समय में हाथ थामने से आता है…
दुनिया में तेरे इश्क़ का चर्चा ना करेंगे,
मर जायेंगे लेकिन तुझे रुस्वा ना करेंगे,
गुस्ताख़ निगाहों से अगर तुमको गिला है,
हम दूर से भी अब तुम्हें देखा ना करेंगे।
मजबूर नही करेंगे तुझे
वादे निभानें के लिए,
बस एक बार आ जा
अपनी यादें वापस ले जाने के लिए…!!!
पता नहीं वो शख्स कहाँ है आज
जो कहता था,
परेशान ना हो बेवजह,
मै आपके साथ हूँ..
साथ अगर दोगे तो मुस्कुराएंगे ज़रूर,
प्यार अगर दिल से करोगे तो निभाएंगे ज़रूर,
कितने भी काँटे क्यों ना हों राहों में,
आवाज़ अगर दिल से दोगे तो आएंगे ज़रूर।
कुछ भीगें अल्फाज़ों ने, यूँ दिया हैं दिल पर पहरा,
अंधेरे अब डराते नही, हैं रोशन हर सफर मेरा…
मैं आपकी नज़रों से नज़र चुरा लेना चाहती हूँ,
देखने की हसरत है बस देखते रहना चाहती हूँ ।
कुछ भीगें अल्फाज़ों ने, यूँ दिया हैं दिल पर पहरा,
अंधेरे अब डराते नही, हैं रोशन हर सफर मेरा…
मेरे दिल में उसकी हर गलती माफ हो जाती हैं,,
जब वो मुस्करा के पूछती हैं, नाराज़ हो क्या…?