तबाह हूँ तेरे प्यार मे …तुझे दूसरों का ख्याल है..
कुछ मेरे मसले पर भी गौर कर …मेरी तो जिन्दगी का सवाल है..
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
तबाह हूँ तेरे प्यार मे …तुझे दूसरों का ख्याल है..
कुछ मेरे मसले पर भी गौर कर …मेरी तो जिन्दगी का सवाल है..
मेरी जिंदगी में रहोगे तुम उमर भर… अब चाहे प्यार बन कर या रहो दर्द बन कर|
निगाह ए इश्क का अब क्या करे जनाब
जब भी देखा तुम्हे बेपनाह देखा|
रिश्तों को बस
इस तरह से बचा लिया करो
.
कभी मान जाया करो
कभी मना लिया करो….
अब हिचकियाँ आती हैं तो पानी पी लेते हैं
ये वहम छोड़ दिया हैं कि कोई याद करता हैं…
शक से भी खत्म हो जाते है रिश्ते
हर बार कसूर गलतियो का नी होता|
सुना है तुम्हारी एक निगाह से कत्ल होते हैं लोग..
एक नज़र हमको भी देख लो.. ज़िन्दगी अच्छी नहीं लगती..!!
तुम लाख छुपाओ मुझसे जो रिश्ता है तुम्हारा
सयाने कहते हैं नजर अंदाज करना भी मुहब्बत है…..
किसी रिश्ते में निखार, सिर्फ अच्छे समय में हाथ मिलाने से नहीं आता………..बल्कि ……
नाज़ुक समय में हाथ थामने से आता है…
ऊपर वाले मेरी तक़दीर सम्भाले रखना..!
जमींन के सारे खुदाओं से उलझ बैठा हूँ मैं..!!