इस से पहले कि

इस से पहले कि बेवफ़ा हो जाएँ
क्यूँ न ए दोस्त हम जुदा हो जाएँ

तू भी हीरे से बन गया पत्थर
हम भी कल जाने क्या से क्या हो जाएँ

एक सांस की डोरी

दिल तोड़ के जाने वाले सुन !

दो और भी रिश्तें बाक़ी हैं

एक सांस की डोरी अटकी है
एक प्रेम का बंधन बाक़ी है

बङा फर्क है

बङा फर्क है,तेरी और मेरी मोहब्बत में..!
तू परखता रहा और हमने यकीन में एक उम्र गुजार दी..!!