पहुंच हे हमारी चाँद तक ,
ये तारे भी हमें सलाम किया करते हैं
ये आसमा भी झुक जाता है….
जब हम आपको याद किया करते हैं..!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
पहुंच हे हमारी चाँद तक ,
ये तारे भी हमें सलाम किया करते हैं
ये आसमा भी झुक जाता है….
जब हम आपको याद किया करते हैं..!
आज लफ्जों को मैने शाम को पीने पे बुलाया है
बन गयी बात तो ग़ज़ल भी हो सकती है
मेरे लिए
अहसास
मायने रखता है…
रिश्ते का नाम
चलो ,
तुम रख लो
उल्फत की जंजीर से डर लगता हैं,
कुछ अपनी ही तकदीर से डर लगता हैं,
जो जुदा करते हैं, किसी को किसी से,
हाथ की बस उसी लकीर से डर लगता हैं..
दिया है रब ने सबकुछ तो फिर फरियाद क्या करें..
दिल हो चाहत से परेशान तो जज़बात क्या करें..
आप सोचते होगे कि आज मुझे याद नहीं किया…
जब कभी भूले ही नहीं तुम्हें तो याद क्या करें।
जहर …
मरने के लिए थोडा सा.. !
लेकिन
जिंदा रहने के लिए ……. बहुत
सारा पीना पड़ता है .
सफलता कभी भी ‘पक्की’ नहीं होती,
तथा असफलता कभी भी ‘अंतिम’ नहीं होती !!
इस लिए अपनी कोशिश को,
तब तक जारी रखो,
जबतक आपकी ‘ जीत ‘,
एक ‘इतिहास’ ना बन जाये!!
तेरे बिना ये जिन्दगी कितनी अँधूरी हैँ,
तेरे पास ना होने कि क्या मजबूरी हैँ,
अगर तू कहेतो ये जिन्दगी गमोमे गुजार दू,
सिर्फ तेरी आवाज सुननेकी चाहत अँधूरी हैँl
मुस्कुराओ…..
क्योंकि आपकी हँसी किसी की ख़ुशी का कारण बन सकती है।
परिवार में रिश्ते तभी तक कायम रह पाते हैं
जब तक हम एक दूसरे को देख कर मुस्कुराते रहते है