मोहब्बत सी मोहब्बत है

चाय की थड़ी पर बैठकर मैं, तेरा घंटों इंतजार किया करता था,
तब जाकर तेरा दीदार होता था,
तुझे याद है वे दिन…

पर देखो आज हम आमने सामने बैठकर चाय पीते है

साथ तो लगता है वाकई मोहब्बत सी मोहब्बत है