यूँ तो गलत नही होते अंदाज चेहरो के,
लेकिन लोग वैसे भी नही होते जैसे नजर आते है।
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
यूँ तो गलत नही होते अंदाज चेहरो के,
लेकिन लोग वैसे भी नही होते जैसे नजर आते है।
मतलब निकल जाने पर पलट के देखा भी नही
रिश्ता उनकी नज़र में कल का अखबार हो गया…..!!
उस दुकान का पता दो जहा लिखा हो,
” साहिब ”
टूटे दिल का काम तसल्ली-बक्श
किया जाता हैं
विश्वास कीसी पे इतना करो वो तुम्हें फंसाते समय खुद को दोषी समजे
प्यार किसीसे इतना करो की उसके मन तुम्हें
खोने का डर हमेशा बना रहे….
मेरी खाहिश,मेरा जज्बा, मेरा अरमान है तू
मैं अधूरा हूँ तेरे बिन,, मेरी पहचान है तू……shab……e…..tanhai
काश! मैं ऐसी शायरी लिखूँ तेरी याद में,
तेरी शक्ल दिखाई दे हर अल्फ़ाज़ में.!
सोचते हैं जान अपनी उसे मुफ्त ही दे दें ,
इतने मासूम खरीदार से क्या लेना देना ।
है नया कुछ भी नहीं क्यूं इस क़दर हैरां हुए,
साथ चलने को तुम्हारे,अय मियाँ कोई नहीं
अर्थ लापता हैं या फिर शायद शब्द खो गए हैं,
रह जाती है मेरी हर बात क्यूँ इरशाद होते होते….
जिनसे अक्सर रूठ जाते हैं हम
असल में उन्ही से रिश्ते गहरे होते हैं…