बदलना आता नहीं हमे मौसम की तरह,
हर इक रुत में तेरा इंतज़ार करते हैं,
ना तुम समझ सकोगे जिसे क़यामत तक,
कसम तुम्हारी तुम्हे हम इतना प्यार करते हैं|
Tag: व्यंग्य
लोगों ने कहा
लोगों ने कहा वक़्त के साथ लोग बादल जाते है ..
फिर क्या था …
मैंने कभी उन्हें लोगों में गिना ही नहीं …
शायरों की बस्ती में
शायरों की बस्ती में कदम रखा तो जाना ।
गमों की महफिल भी कितने खुशी से जमती है ।।
ज़िन्दगी के हाथ
ज़िन्दगी के हाथ नहीं होते लेकिन,
कभी कभी वो ऐसा थप्पड़ मारती है जो पूरी उम्र याद रहता है !!
अच्छा हुआ तूने
अच्छा हुआ तूने ठुकरा दिया मुझे
प्यार चाहिए था तेरा एहसान नही !!
मैं इसे इनाम समझूँ
मैं इसे इनाम समझूँ या सजा का नाम दूँ ,
उंगलियाँ कटते ही तोहफे में अंगूठी मिल गयी …
कोई पूछे मेरे बारे में
कोई पूछे मेरे बारे में,
तो कह देना इक लम्हा था जो गुज़र गया।
कोई पूछे तेरे बारे में,
मैं कह दूंगा इक लम्हा था जो मैं जी गया।
हौंसला तुझ में
हौंसला तुझ में न था मुझसे जुदा होने का;
वरना काजल तेरी आँखों का न यूँ फैला होता।
आईना के सामने
आईना के सामने आने से वो डरते है
जो ताउम्र सच कहने का दम भरते हैं दर्पण
बस इतनी दाद देना
बस इतनी दाद देना बाद मेरे मेरी उल्फत की,
कि याद आऊँ तो अपने आपको प्यार कर लेना।