गलत निकलेगा तेरा अन्दाजा।
वक़्त मेरा भी सही आयेगा ।।
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
गलत निकलेगा तेरा अन्दाजा।
वक़्त मेरा भी सही आयेगा ।।
ज़िन्दगी बहुत ख़ूबसूरत है, सब कहते थे।
जिस दिन तुझे देखा, यकीन भी हो गया।
सोच समझकर बर्बाद करना मुझे,
बहुत प्यार से पाला है मेरी माँ ने मुझे !!
मेरी गलती करने की आदत नहीं फिर भी करता हूँ,
क्योंकि अच्छा लगता है तेरा प्यार से समझाना..!
कल रात मौत आयी थी
गुस्से मेँ बोली
“जान ले लुंगी तेरी.. ”
मैने भी कह दिया:
जिस्म ले जाओ, .
“जान” तो
“दोस्तों” के पास हैं..!!
न जाने इस जिद का नतीजा क्या होगा,
समझता दिल भी नहीं
मै भी नहीं और तुम भी नही.
कौन कहता है आईना झूठ नहीं बोलता… वह
सिर्फ होठो की मुस्कान देखता है… दिल का दर्द नहीं…!!
करेगा जमाना कदर हमारी भी एक दिन देख लेना…
बस जरा ये भलाई की बुरी आदत छुट जाने दो.
किसी के लिये कितना भी कूछ कर लो
आपकी एक छोटी सी गलती पर वो आपक छोड़ देगा |
तेरी नज़र पे भी मुकदमा हो
तेरी नज़र तो क़त्लेआम करे…