सोया हो रात भर

सूरज भी लगे जैसे न सोया हो रात भर ख़ुद रात भी – अब देर रात तक नहीं आती

बात ये है

बात ये है कि कभी कहा था “जबसे मेरा अफ़साना शहर में हुआ है आम लोगों को नींद देर रात तक नहीं आती”

दरिया में जाए

झरे दिन जैसे मुट्ठी रेत की, या उमर-मछली फिसल दरिया में जाए

उम्र तय है ?

मुहब्बत की भी कोई उम्र तय है? अगर अब है तो फिर आए-न-आए!

जिन्दा न हो जाऊं

तू गलती से भी कन्धा न देना मेरे जनाजे को ऐ दोस्त…. कहीं फिर जिन्दा न हो जाऊं तेरा सहारा देखकर.!

सबसे बड़ा अपराध

जीवन का सबसे बड़ा अपराध – किसी की आँख में आंसू आपकी वजह से होना। और जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि – किसी की आँख में आंसू आपके लिए होना।

एक ही मार्ग है।

मोक्ष का एक ही मार्ग है। और वह बिल्कुल सीधा ही है। अब मुशकिल उन्हें होती है। जिनकी चाल ही टेड़ी है।

मैं परेशान हूँ

इस दुनियाँ के हर शख्स को नफरत है “झूठ” से… मैं परेशान हूँ ये सोचकर, कि फिर ये “झूठ” बोलता कौन है”।

सदा उनके कर्जदार

सदा उनके कर्जदार रहिये जो आपके लिए कभी खुद का वक्त नहीं देखता है, और सदा उनसे वफ़ादार रहिये जो व्यस्त होने के बावजूद भी आपके लिए वक़्त निकालता है।

ना हसरते पाली

ना हसरते पाली जहांन के लिए ना सीढ़िया लगाई आसमान के लिए जिंदगी ने यही सिखाया सबक जीते रहो दूसरे की मुस्कान के लिए

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