दोनों को मालूम है

खुशहाली में एक बदहाली तू भी है और मैं भी हूँ
हर निगाह पर एक सवाली तू भी है और मैं भी हूँ
दुनिया कुछ भी अर्थ लगाये हम दोनों को मालूम है मगर
भरे भरे पर खाली खाली तू भी है और मैं भी हूँ..