किसकी पनाह में

किसकी पनाह में तुझको गुज़ारे” ऐ जिंदगी “,
अब तो रास्तों ने भी कह दिया है ,कि घर क्यों नहीं जाते..

रोशनी की तरफ

काश इंसान भी “नोटों” की तरह होते..
रोशनी की तरफ करके देख लेते ,
“असली” है कि “नकली”….

कौन कहता है

कौन कहता है नशा सिर्फ शराब का होता है…
हमने लोगों को काम के नशे में धुत कामयाब होते
देखा है..!!

रिश्ते को निभाने में

नही छोड़ी कमी किसी भी रिश्ते को निभाने
में मेने कभी..!!
आने वाले को दिल का रास्ता भी दिया और जाने वाले
को रब का वास्ता भी दिया..!!