मेरी रूह को

मेरी रूह को छू लेने के लिए बस कुछ लफ़्ज़ ही काफ़ी हैं……

कह दो बस इतना कि तेरे साथ जीना अभी बाक़ी है…!

जवाब तो बहुत हैं

चलती हुई “कहानियों” के जवाब तो बहुत हैं मेरे पास…
लेकिन खत्म हुए “किस्सों” की खामोशी ही बेहतर है…