कभी नीम सी जिंदगी ।।
कभी नमक सी जिंदगी ।।
मैं ढूंढता रहा उम्रभर ।।
एक शहद सी जिंदगी ।।
कभी पत्थर सी जिंदगी ।।
कभी काँटों सी जिंदगी ।।
मैं ढूंढता रहा उम्रभर ।।
एक मुलायम सी जिंदगी ।।
कभी तपती सी जिंदगी ।।
कभी गीली सी जिंदगी ।।
मैं ढूंढता रहा उम्रभर ।।
एक सलोनी सी जिंदगी ।।
कभी भागती सी जिंदगी ।।
कभी रूकती सी जिंदगी ।।
मैं ढूंढता रहा उम्रभर ।।
एक सुकून सी जिंदगी ।।
कभी सफ़ेद सी जिंदगी ।।
कभी काली सी जिंदगी ।।
मैं ढूंढता रहा उम्रभर ।।
एक रंगीन सी जिंदगी ।।
कभी पराई सी जिंदगी ।।
कभी बेगानी सी जिंदगी ।।
मैं ढूंढता रहा उम्रभर ।।
एक अपनी सी जिंदगी ।।
कभी दिखावे सी जिंदगी ।।
कभी झूठी सी जिंदगी ।।
मैं ढूंढता रहा उम्रभर ।।
एक सच्ची सी जिंदगी ।।
Tag: याद
आज मौसम बहुत
आज मौसम बहुत खुशनुमा है
क्या तुमने हवाओं को चूमा है
क्या उम्मीदें होंगी
उस गरीब की भी, क्या उम्मीदें होंगी जिंदगी से
जिसकी साँसे भी, गुब्बारों में बिकती हैं..!
छोड़ रहा हूँ
छोड़ रहा हूँ लफ़्ज़ों तुमको तुम्हारे हाल पे,
ढूंढ लो फिर कोई अधूरी मोहब्बत खुद के लिए…!!!
तुम्हारी शरारती ऑंखें
सुनो तुम्हारी शरारती ऑंखें, और लबों की
मुस्कराहट….!!
बेशर्मी से क़त्ल कर देती है, शायर की शराफत
का……!!
फिर बदल कैसे गये
तुम .. ना मौसम थे..
ना किस्मत..
ना तारीख ….
ना ही दिन ना ही रात फिर बदल कैसे गये…. ?
खुश करने का मौका
किसी को खुश करने का मौका मिले तो खुदगर्ज ना बन जाना,
ऐ दोस्तों…
बड़े नसीब वाले होते है वो,
जो दे पाते है मुस्कान किसी चेहरे पर..!!!
उसके रूठने की अदायें
उफ्फ़ .. !! उसके रूठने की अदायें भी,
क्या गज़ब की है,
बात-बात पर ये कहना , सोंच लो.. फ़िर मैं बात नही करूंगी ….!
ज़ुर्म फिर से
ज़ुर्म फिर से ज़ुरूरी हो गया है
तंग करने लगी है अच्छाई!
!
ज़ुर्म फिर से ज़ुरूरी हो गया है
तंग करने लगी है अच्छाई!
उठती नहीं हैं आँखें
अब उठती नहीं हैं आँखें, किसी और की तरफ…
पाबन्द कर गयीं हैं
.
शायद, किसी की नज़रें मुझे.!!