धनवान वह नहीं, जिसकी तिजोरी नोटों से भरी हो ॥
धनवान तो वो हैं जिसकी तिजोरी रिश्तों से भरी हो ॥
Tag: प्रेणास्पद शायरी
कर्मो से ही पहेचान होती है इंसानो की
कर्मो से ही पहेचान होती है इंसानो की…
महेंगे ‘कपडे’ तो,’पुतले’ भी पहनते है दुकानों में !!..
माचिस की ज़रूरत यहाँ नहीं पड़ती
माचिस की ज़रूरत यहाँ नहीं पड़ती…
यहाँ आदमी आदमी से जलता है…!!
जनाब मत पूछिये
जनाब मत पूछिये हद हमारी गुस्ताकियो की…
हम आईना जमी पर रखकर आसंमा कुचल देते है
ज़िन्दगी एक हसीन ख़्वाब है
ज़िन्दगी एक हसीन ख़्वाब है,
जिसमें जीने की चाहत होनी चाहिये,
ग़म खुद ही ख़ुशी में बदल जायेंगे,
सिर्फ मुस्कुराने की आदत होनी चाहिये !
रोटियों का स्वाद
रोटियों का स्वाद कुछ ‘बेहतर’ लगा..
आज खेतों में एक किसान को ‘मेहनत’ करते देखा था..!!
आसमां में मत दूंढ अपने सपनो को
आसमां में मत दूंढ अपने सपनो को,
सपनो के लिए तो ज़मी जरूरी है,
सब कुछ मिल जाए तो जीने का क्या मज़ा,
जीने के लिये एक कमी भी जरूरी है
ख्वाब जो सलीके से
ख्वाब जो सलीके से तह कर रखे थे,
मैने दिल की आलमारी में उनमे सिलवटें पड़ने लगी हैं,
शायद इसलिये क्यूंकि इन पर
पापा के डाँट की इस्त्री नहीं चलती अब…!!!
ना बुरा होगा ना बढ़िया होगा
ना बुरा होगा ना बढ़िया होगा,
होगा वैसा, जैसा नजरिया होगा ।
धन से बेशक गरीब रहो
धन से बेशक गरीब रहो, पर दिल से रहना धनवान।।
अक्सर झोपडी पे लिखा होता है “सुस्वागतम्” और
महल वाले लिखते है “कुत्तो से सावधान”।।