दर्द छुपाना भी
एक हुनर है,
वरना नमक तो
हर मुठी में है..!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
दर्द छुपाना भी
एक हुनर है,
वरना नमक तो
हर मुठी में है..!!
वो लम्हा ज़िन्दगी का बड़ा
अनमोल होता है
जब तेरी यादें, तेरी बातें , तेरा
माहौल होता है |
बहुत दिन हुए तुमने,
बदली नहीं तस्वीर अपनी!
मैंने तो सुना था,
चाँद रोज़ बदलता हैं चेहरा अपना!!
कोई रिश्ता बना के
मुतमईन होना नही अच्छा !!
मुहब्बत आखिरी हद तक
ताल्लुक आजमाती है!!
कैसे सबूत दूँ तुझे मेरी मोहब्बत का…??
फूलों की महक देखनी हो…..
तो जज़्बात की निग़ाह चाहिये….!!
एक रूह है..
जैसे जाग रही है.. एक उम्र से… ।
एक जिस्म है..
सो जाता है बिस्तर पर.. चादर की तरह… ।।
अगर फुर्सत के लम्हों मे
आप मुझे याद करते हो
तो अब मत करना..
क्योकि मे तन्हा जरूर हुँ,
मगर फिजूल बिल्कुल नही|
कभी यूँ भी हुआ है हंसते-हंसते तोड़ दी हमने…
हमें मालूम नहीं था जुड़ती नहीं टूटी हुई चीज़ें..!
कई रिश्तों को परखा तो नतीजा एक ही
निकला,
जरूरत ही सब कुछ है, महोब्बत कुछ नहीं
होती.
मुझ पर इलज़ाम झूठा है ….
मोहब्बत की नहीं थी….
हो गयी थी|