अक्सर वही लोग उठाते हैं हम पर उंगलिया, जिनकी हमें छूने की औकात नहीं होती।
Tag: प्यार
वो महफिल में
वो महफिल में नही खुलता है तन्हाई में खुलता है समंदर कितना गहरा है ये गहराई में खुलता है !!
नश्तरों सा सलूक
नश्तरों सा सलूक ना कीजिये हमसे मैंने हमेशा आपको गुलाब लिक्खा है !!
उड़ा भी दो रंजिशें
उड़ा भी दो रंजिशें, इन हवाओं में यारो छोटी सी जिंदगी हे, नफ़रत कब तक करोगे !
तेरे शहर के कारीगर
तेरे शहर के कारीगर भी अजीब हैं ऐ दिल…. काँच की मरम्मत करते हैं , पत्थर के औजारों से..
समझ लेता हूँ
समझ लेता हूँ मीठे लफ्जों की कडवाहटें..हो गया है अब जिंदगी का तजुर्बा थोडा बहुत..
बगावत पर उतर आयें हैं
दर्द फिर बगावत पर उतर आयें हैं सभी , लगता है जख्मों को तूने कुरेदा है अभी ।
ये कहकर वापस कर दिया
दिल मेरा उसने ये कहकर वापस कर दिया… . . दुसरा दिजीए… ये तो टुटा हुआ है….!!
फितरत नही बदल सकते
हजार गम मेरी फितरत नही बदल सकते ; क्या करू मुझे आदत है मुस्कुराने की ।
कितनी झूठी होती है
कितनी झूठी होती है मोहब्बत की कस्मे, देखो तुम भी ज़िंदा हो और में भी…..!!