तुम से कहा था ना कि…..
हम मर जायेंगे,लो मर गये, तुम पर..!!!!
अब दफ़ना लो “अपनी बाहों” में….!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
तुम से कहा था ना कि…..
हम मर जायेंगे,लो मर गये, तुम पर..!!!!
अब दफ़ना लो “अपनी बाहों” में….!
तुम्हें याद हैं वो तुमसे हुई लम्बी लम्बी बातें,
या हमारे साथ साथ उन्हें भी भूला दिया…!!!
सुलझे-सुलझे बालों वाली लड़की से कोई पूछे तो,
उलझा-उलझा रहने वाला लड़का कैसा लगता है…!!!
तुझ से दूर रह कर मोहब्बत बढती जा रही है
क्या कहूँ… केसे कहूँ… ये दुरी तुझे और करीब ला रही हैँ…..!!
इश्क़ में ऐसी करामत नहीं देखी हमने,
रु ब रु यार हो….और होश में दीवाना रहे…!!!
कट ही जाता है दिन तुम्हारे बगैर,
हाँ ज़रा रात तंग करती है…!!!
कुछ लफ्जों को बहकाया महकाया,
फिर भी तेरी खुबसुरती बयां न हुई…!!!
मेरे लिए वो एक पल ही काफी है जिसमे तुम शामिल हो,
उस पल से ज्यादा तो ज़िन्दगी की ख्वाहिश ही नहीं मुझे…
कितना मुश्किल है मनाना उस शख्स को .. !!
जो रूठा भी ना हो और बात भी ना करे .. !!
उसकी मोहब्बत का सिलसिला भी क्या अजीब था
अपना भी ना बनाया और किसी और का होने भी ना दिया ।