जो मिलते हैं

जो मिलते हैं.. वो बिछड़ते भी हैं साहेब…

हम नादान थे..

एक शाम की मुलाकात को ज़िन्दगी समझ बैठे..

उम्र छोटी है

उम्र छोटी है तो क्या..जीवन का हरेक मंजर देखा हैं..!

फरेबी मुस्कुराहटें देखी है..बगल मे छुपा खंजर देखा हैं…