दिल को बेचैन सा करती है तुम्हारी आंखें…! •
रात को देर तक तुम मुझे सोचा ना करो..
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
दिल को बेचैन सा करती है तुम्हारी आंखें…! •
रात को देर तक तुम मुझे सोचा ना करो..
प्यार है तो नजरअंदाज क्यू करते हो…
नहीं है तो हम पर नजरें क्यू रखते हो..
ना मोहब्बतें संभाली गई ना ही नफरतें पाली गई है
बड़ा अफ़सोस उस जिंदगी का जो तेरे पीछे
खाली गई…!!
यही सोच कर उसकी हर बात को सच मानते थे
के
इतने खुबसूरत होंठ झूठ कैसे बोलेंगे
20 साल की पढाई के बाद यूनिवर्सिटी यह जो डिग्री मिलने का सर्टिफिकेट देती है ना..
यह नोकरी मिलने का सर्टिफिकेट नहीं बल्कि ठोकरे खाने का सर्टिफिकेट है…
सर्द राते बढ़ा देती है सूखे पत्ते की कीमत…
वक़्त वक़्त की बात है समय सब का आता है…
हाल -ए-मंजर……… कुछ और है
तेरी ख़ामोशी बताती कुछ और है..
गम इस बात का नहीं के वो बेवफा थीं….
गम इस बात का है के लोग सच कहते थे….
चाँद ने की होगी सूरज से महोब्बत इसलिए तो चाँद मैं दाग है मुमकिन है
चाँद से हुई होगी बेवफ़ाई इसलिए तो सूरज मैं आग है……
अच्छा स्वभाव maths के 0 जैसा हैं दोस्तो
जिसके भी साथ जूड जाये उसकी किमत बढा देता हैं….