हर अल्फाज दिल का दर्द है मेरा पढ़ लिया करो,
कोन जाने कोन सी शायरी आखरी हो जाये|
Tag: प्यारी शायरी
तुम सामने बैठी रहो
तुम सामने बैठी रहो,तुम्हारा हुस्न पिता रहूं,मौत जो आ गयी दरमियाँ,मरकर भी जीता रहूं|
काश नासमझी में
काश नासमझी में ही बीत जाए.!
ये ज़िन्दगी…
समझदारी ने तो बहुत कुछ छीन लिया..!!
उसने एक बार….
उसने एक बार….
अपनी बाहो में भर कर अपना कहा था मुझको
उस दिन से आज तक मैं अपने आप का भी ना हो सका|
आशियाने बनें भी तो
आशियाने बनें भी तो कहाँ
जनाब…
जमीनें महँगी हो चली हैं
और
दिल में लोग जगह नहीं देते..!!
आँधियाँ हसरत से
आँधियाँ हसरत से अपना सर पटकती रह गईं,
बच गए वो पेड़ जिनमें हुनर झुकने का था…
हमे कहां मालूम था
हमे कहां मालूम था कि इश्क होता क्या
है…?
बस….
एक ‘तुम’ मिली और जिन्दगी….
मोहब्बत बन गई
मत पूछो कैसे
मत पूछो कैसे गुजरता है हर पल तुम्हारे बिना,
कभी बात करने की हसरत कभी देखने की तमन्ना !!
रात के बाद
रात के बाद सहर होगी मगर किस के लिए
हम ही शायद न रहें रात के ढलते ढलते|
खुश नसीब है
खुश नसीब है ये आँखे जो सिर्फ ,
तेरे इंतजार में है, वरना पराये तो यू ही मिल जाते है|