जिन्दगी ने दिया सब कुछ पर वफा ना दी
जख्म दिये सब ने पर किसी ने दवा ना दी
हमने तो सब को अपना माना
पर किसी ने हमे अपनो में जगह ना दी|
Tag: प्यारी शायरी
हम सीने से लगा कर रोये ..
आज तेरी याद हम सीने से लगा कर रोये ..
तन्हाई मैं तुझे हम पास बुला कर रोये कई
बार पुकारा इस दिल मैं तुम्हें और
हर बार तुम्हें ना पाकर हम रोये|
दर्द दे गए
दर्द दे गए सितम भी दे गए..
ज़ख़्म के साथ वो मरहम भी दे गए,
दो लफ़्ज़ों से कर गए अपना मन हल्का,
और हमें कभी न रोने की क़सम दे गए|
तुझे ही फुरसत ना थी
तुझे ही फुरसत ना थी किसी अफ़साने को पढ़ने की,
मैं तो बिकता रहा तेरे शहर में किताबों की तरह..
वो रोई तो जरूर
वो रोई तो जरूर होगी खाली कागज़ देखकर,
ज़िन्दगी कैसी बीत रही है पूछा था उसने ख़त में..
तलाशी लेकर मेरे
तलाशी लेकर मेरे हाथों की क्या पा लोगे तुम बोलो,
बस चंद लकीरों में छिपे अधूरे से कुछ किस्से हैं..
बता किस कोने में
बता किस कोने में, सुखाऊँ तेरी यादें,
बरसात बाहर भी है, और भीतर भी है..
मेरे महंगे महंगे ख्वाब..
तू आए और आकर लिपट जाए मुझसे,
उफ्फ ये मेरे महंगे महंगे ख्वाब..
क्या पानी पे लिखी थी
क्या पानी पे लिखी थी मेरी तकदीर मेरे मालिक,
हर ख्वाब बह जाता है, मेरे रंग भरने से पहले ही..
वो जो अँधेरो में
वो जो अँधेरो में भी नज़र आए
ऐसा साया बनो किसी का तुम