इस दिल में और कांटे चुभने से पहले,
ज़रा एक बार देख लो, कितना कांटे पहले ही
चुभा चुकी है ये दुनिया, तेरा ये काँटा कही आखरी न हो…..
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
इस दिल में और कांटे चुभने से पहले,
ज़रा एक बार देख लो, कितना कांटे पहले ही
चुभा चुकी है ये दुनिया, तेरा ये काँटा कही आखरी न हो…..
लिख देना एक इबादत मेरी क्रब पर यारों,
मौत अच्छी है मोहोब्बत से तो !!
उसे कहना बिछडने से, मोहब्बत तो नहीं मरती
बस ये कहकर टाँके लगा दिये उस हकीम ने कि,
जो अंदर बिखरा है उसे खुदा भी नहीं समेट सकता….
तुम्हारा हर अंदाज़ अच्छा है !
सिवाय नज़र अंदाज़ करने के !!
तुझे पाने की चाहत में, अपने छूट गए…
तुझे टूट के चाहा और चाह कर टूट गए|
आज लफ्जों को मैने शाम को पीने पे बुलाया है,
बन गयी बात तो ग़ज़ल भी हो सकती है…
खुब चर्चे हैं खामोशी के मेरी
होंठ पर ही जवाब रख लूं क्या
अकेले कैसे रहा जाता है…
कुछ लोग यही सिखाने हमारी ज़िन्दगी में आते हैं..
कहानियाँ लिखने लगा हूँ मैँ अब,
शायरियों मेँ अब तुम समाती नहीँ…