बदलता मौसम…..
बदलते रिश्ते….
और बदलते लोग……
दिखते भले ना हो ……
महसूस जरुर होते हैँ……
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
बदलता मौसम…..
बदलते रिश्ते….
और बदलते लोग……
दिखते भले ना हो ……
महसूस जरुर होते हैँ……
ना किसी से ईर्ष्या,
ना किसी से कोई होड़,
मेरी अपनी मंजीले,
मेरी अपनी दौड़ !.
ये दुनिया वाले एक ख़ता के बदले,
सारी वफ़ाएँ भुला देते हैं ….
जिस बेटे की तस्वीर वो उम्र भर बटुए में लेकर घूमता रहा ….
उसी बेटे ने आज दीवार से उसकी तस्वीर उतार दी ….
#RespectYourParents
एक ही डाली के दो फूल..
अलग अलग अभिलाषा लिए पलते है..!
बेटियां बडा होने से डरती है..
और बेटे बड़ा होने के लिए मचलते हैं..!!
मेरे लिए वो एक पल ही काफी है जिसमे तुम शामिल हो,
उस पल से ज्यादा तो ज़िन्दगी की ख्वाहिश ही नहीं मुझे…
जिंदगी में बेशक हर मौके का फायदा उठाओ
मगर,
किसी के ऐतबार का नहीं..!!
खुश रहा करो,
क्यों कि
परेशान होने से कल की
मुश्किल दूर नहीं होती,
बल्कि आज का सुकून भी
चला जाता है..!!!
आवाज को नहीं , अपने अलफ़ाज़ को ले जाओ बुलंदी पर ।।।
बादलों की गरज नहीं , बारिश की बौछार फूल खिलाती है ।।।
“लोग क्या कहेंगे “, ये समझ कर जी रहे हैं तो फ़िर…
“भगवान क्या कहेंगे” इसका भी विचार जरूर करना।