अधूरा ..अनसुना ही रह गया प्यार का किस्सा,
कभी तुम सुन न सके ..कभी मैं कह नही पाया !!
Tag: जिंदगी शायरी
इजहारे मोहब्बत का
इजहारे मोहब्बत का जुनूँ गौर से देखो,
पहली ही मुलाकात में परवाना मर गया …
मोहब्बत मैं ही
हम तो आगाज़े
मोहब्बत मैं ही लूट गये,
और लोग कहते है की अंजाम बुरा होता है !!
सच की हालत
सच की हालत किसी तवायफ सी है,
तलबगार बहुत हैं तरफदार कोई नही.
Zaruri nahi har baat
Zaruri nahi har baat par mera kaha mano…
Dehlij par rakh di hai
chahat aage tum jaano…!!!
सोचा तो नहीं था
ऐसा कोई जिंदगी से वादा तो नहीं था
तेरे बिना जीने का इरादा तो नहीं
था
तेरे लिये रातो में चाँदनी उगाई थी
क्यारियों में खुशबू की रोशनी लगाई थी
जाने कहाँ टूटी
है डोर मेरे ख्वाब की
ख्वाब से जागेंगे सोचा तो नहीँ था
शामियाने शामो के रोज ही सजाएं
थे
कितनी उम्मीदों के मेहमा बुलाएं थे
आके दरवाज़े से लोट गए हो ऐसे
यूँ भी कोई आयेगा
सोचा तो नहीं था…..
रात के गुल्लक
रात के गुल्लक में…
तुम्हारे….
ख्वाबो के सिक्के….
जमा करता हूं …!!
होगी कितनी चाहत
होगी कितनी चाहत
उस दिल मे…जो खुद ही मान
जाये, कुछ पल खफा होने के बाद…!!!
फोड़ देती है
फोड़ देती है अपना
गुल्लक भी भाई की खुशियों के लिये
भगवान के अलावा बहनें भी मनोकामना पूर्ण करती है
जरा सम्भल के
जरा सम्भल के रहना
उन इंसानो से दोस्तों…
जिन के दिल मे भी
दिमाग होता है…!!