mahbub bana lete hai..

Hamse bhulaya nahi jaata ek uska pyaar, log jigar vale hai, jo roj naya mahbub bana lete hai..

chupke se meri

Usne chupke se meri aankho par hath rakhkar pucha batao kaun, mai muskarakar dhire se bola “Meri zindagi”..

dono taraf se

Silsila ye chahat ka dono taraf se tha, vo meri jaan chahti thi aur mai jaan se jyaada use..

tere ishq mai

Badi barkat hai tere ishq mai, jab se hua hai, koi dusra dard nahi hota..

रोज़ वो ख़्वाबों में

रोज़ वो ख़्वाबों में आते हैं गले मिलने को, मैं जो सोता हूँ तो जाग उठती है किस्मत मेरी…

सस्ता न समझ

सस्ता न समझ ये इश्क़ का सौदा पगली.. तेरी हँसी के बदले पूरी जिंदगी दे रहा हूँ..!”

हम दर्द सहते हैं

शुक्र करो कि हम दर्द सहते हैं, लिखते नहीं । वरना कागजों पर लफ़्ज़ों के जनाज़े उठते ॥

हकिकत से बहोत

हकिकत” से बहोत दूर है, “ख्वाहिश” मेरी..!!! फिर भी एक “ख्वाहिश” है कि एक ख्वाब “हकिकत” हो जाये..!

वक्त सीखा देता है

वक्त सीखा देता है फलसफा जिंदगी का फिर नसीब क्या ! लकीर क्या !! तकदीर क्या !!!

ज़हन में रखना

बदल जाओ भले तुम पर ये ज़हन में रखना..कही पछतावा ना बन जाए हम से बेरुखी इतनी.

Exit mobile version