आशियाने बनें भी तो कहाँ
जनाब…
जमीनें महँगी हो चली हैं
और
दिल में लोग जगह नहीं देते..!!
Tag: जिंदगी शायरी
हमे कहां मालूम था
हमे कहां मालूम था कि इश्क होता क्या
है…?
बस….
एक ‘तुम’ मिली और जिन्दगी….
मोहब्बत बन गई|
मत पूछो कैसे
मत पूछो कैसे गुजरता है हर पल तुम्हारे बिना,
कभी बात करने की हसरत कभी देखने की तमन्ना !!
रात के बाद
रात के बाद सहर होगी मगर किस के लिए
हम ही शायद न रहें रात के ढलते ढलते|
खुश नसीब है
खुश नसीब है ये आँखे जो सिर्फ ,
तेरे इंतजार में है, वरना पराये तो यू ही मिल जाते है|
बस इतनी सी बात पर
बस इतनी सी बात पर हमारा परिचय तमाम होता है !
हम उस रास्ते नही जाते जो रास्ता आम होता है…!!!
जिन्दगी जीने का मजा
जिन्दगी जीने का मजा तब तक जब तक वो जरा अधूरी रही,
मौका दूसरा हर किसी के मुकद्दर में हो ये जरूरी नहीं।।
न रूठना हमसे
न रूठना हमसे हम मर जायेंगे दिल की दुनिया तबाह कर जायेंगे प्यार किया है हमने कोई मजाक नहीं दिल की धड़कन तेरे नाम कर जायेंगे |
हम उन्ही से सीखे है
माना वो थोड़े से रूखे – रूखे है….!!पर ये भी
सच है कि मोहब्बत हम उन्ही से सीखे है.
हम भी ख़ामोश रहे
हम भी ख़ामोश रहे
तुमने भी लब सी डाले
दोनो चुप चाप सुलगते रहे
तनहाँ तनहाँ|