अपने लुटने का मुझको रंज नहीं, गम अगर है तो सिर्फ इतना,मेरे किरदार की शराफत से उसने जो फायदा उठाया हैं।
Tag: जिंदगी शायरी
मैं क़तरा हो के भी
मैं क़तरा हो के भी तूफ़ाँ से जंग लेता हूँ
मुझे बचाना समुंदर की ज़िम्मेदारी है|
मामूली नही है हम…
कभी तो खर्च कर दिया करो..
खुद को मुझ पर…
तसल्ली रहें..
मामूली नही है हम….
मैं शैतान हूँ
मैं शैतान हूँ
कम से कम तब,
जब तुम मेरे सामने भगवान
बनने की कोशिश करो
गैरों से पूछती है
गैरों से पूछती है तरीके निजात के
अपनों की साजिशों से परेशान जिन्दगी|
तुम बदले तो
तुम बदले तो मजबूरियाँ थी…
हम बदले तो बेवफ़ा हो गए…!
मेरी बातों से
मेरी बातों से कुछ सबक़ भी ले ..मेरी बातों का कुछ बुरा भी मान ..
चले गये तो
चले गये तो पुकारेगी हर सदा हमको,
न जाने कितनी ज़बानों से हम बयां होंगे|
खुद को देखता है आइना.!
आंखें अपनी साफ़ तो रखिये ज़रा..
उन में खुद को देखता है आइना.!
दिल के पुरे सुकून के साथ..
आप सो जाइये अब दिल के पुरे सुकून के साथ..
मुझे तो आपके ख्याल इस रात अभी और जगायेंगे..