तुम्हें भूले पर

तुम्हें भूले पर तेरी यादों को ना भुला पाये;

सारा संसार जीत लिया बस एक तुम से ना हम जीत पाये;

तेरी यादों में ऐसे खो गए हम कि किसी को याद ना कर पाये;

तुमने मुझे किया तनहा इस कदर कि अब तक किसी और के ना हम हो पाये।

एक ही चौखट पे

एक ही चौखट पे सर झुके तो सुकून मिलता है
भटक जाते है वो लोग जिनके हजारों खुदा होते है।

कितनी अजीब जगह है

दुनिया भी कितनी अजीब जगह है;
जब चलना नही आता था, तब कोई गिरने नही देता था;
और जबसे चलना सिखा है, कदम कदम पर लोग गिराना चाहते है!