ना जाने कौन सा अमृत पी के पैदा हुई है…. ये मोहब्बत, मर गए कितने हीर और रांझे मगर आज तक जिन्दा है….. ये मोहब्बत .
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अभी ज़रा वक़्त है
अभी ज़रा वक़्त है,
उसको मुझे आज़माने दो….
वो रो रोकर पुकारेगी मुझे,
बस मेरा वक़्त तो आने दो….
एक सवाल पूछती है
एक सवाल पूछती है मेरी रूह अक्सर…
मैंने दिल लगाया है या ज़िंदगी दाँव पर…
ज़िंदगी हो या कुछ और..
ज़िंदगी हो या कुछ और..
संभालने का हुनर ही तो मायने रखता है !!
हमारे पाँव का कांटा
ना हमसफ़र ना किसी हमनशीं से निकलेगा,
हमारे पाँव का कांटा हमीं से निकलेगा…
लहजे में बदजुबानी
लहजे में बदजुबानी, चेहरे पर नकाब लिए फिरते हैं…
जिनके खुद के बही-खाते बिगड़े हैं
वो मेरा हिसाब लिए फिरते हैं !!
दुरियों से ही
दुरियों से ही अहसास हुआ…
नजदीकियां कितनी खास थी….!!
ये छोटी छोटी यादों की
ये छोटी छोटी यादों की चिड़िया
तन्हाई में भी सुकून से नहीं रहने देती है|
लाख कसमें ले लो
लाख कसमें ले लो किसी से..
छोड़ने वाले छोड़ ही देते हैं…
बरबाद कर देती है
बरबाद कर देती है मोहब्बत हर मोहब्बत करने वाले को क्यूकि इश्क़ हार नही मानता और दिल बात नही मानता..!!