ज़िंदगी हो या कुछ और..
संभालने का हुनर ही तो मायने रखता है !!
Tag: कविता
हमारे पाँव का कांटा
ना हमसफ़र ना किसी हमनशीं से निकलेगा,
हमारे पाँव का कांटा हमीं से निकलेगा…
लहजे में बदजुबानी
लहजे में बदजुबानी, चेहरे पर नकाब लिए फिरते हैं…
जिनके खुद के बही-खाते बिगड़े हैं
वो मेरा हिसाब लिए फिरते हैं !!
दुरियों से ही
दुरियों से ही अहसास हुआ…
नजदीकियां कितनी खास थी….!!
ये छोटी छोटी यादों की
ये छोटी छोटी यादों की चिड़िया
तन्हाई में भी सुकून से नहीं रहने देती है|
लाख कसमें ले लो
लाख कसमें ले लो किसी से..
छोड़ने वाले छोड़ ही देते हैं…
बरबाद कर देती है
बरबाद कर देती है मोहब्बत हर मोहब्बत करने वाले को क्यूकि इश्क़ हार नही मानता और दिल बात नही मानता..!!
समझदार ही करते है
समझदार ही करते है अक्सर गलतिया,
कभी देखा है किसी पागल को मोहब्बत करते..!!
वो यूँ मिला था
वो यूँ मिला था कि जैसे कभी न बिछड़ेगा…
वो यूँ गया कि कभी लौट कर नहीं आया… !!!
कुछ महकी-महकी यादें
कुछ उम्मीदें, कुछ सपने, कुछ महकी-महकी यादें,
जीने का मैं इतना ही सामान बचा पाया हूँ।