ऐ तन्हाई तू अब निकाह कर ले मुझसे…
जब उम्र भर साथ ही रहना है,
तो चल जमाने कि ये रस्मे भी अदा कर लें…!!!
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
ऐ तन्हाई तू अब निकाह कर ले मुझसे…
जब उम्र भर साथ ही रहना है,
तो चल जमाने कि ये रस्मे भी अदा कर लें…!!!
मेरे लिए वो एक पल ही काफी है जिसमे तुम शामिल हो,
उस पल से ज्यादा तो ज़िन्दगी की ख्वाहिश ही नहीं मुझे…
जिंदगी में बेशक हर मौके का फायदा उठाओ
मगर,
किसी के ऐतबार का नहीं..!!
खुश रहा करो,
क्यों कि
परेशान होने से कल की
मुश्किल दूर नहीं होती,
बल्कि आज का सुकून भी
चला जाता है..!!!
कितना मुश्किल है मनाना उस शख्स को .. !!
जो रूठा भी ना हो और बात भी ना करे .. !!
रहने की कुछ बेहतरीन जगहों में से
एक जगह अपनी औक़ात भी है….!!
उसकी मोहब्बत का सिलसिला भी क्या अजीब था
अपना भी ना बनाया और किसी और का होने भी ना दिया ।
यह सुबह का मंजर भी कयामत सा हसीन है..
तकिया है कही.. जुल्फे कही.. खुद वो कही है..
थी हर इक बात, जिस बात से
बात वो भी भुलानी पड़ी
1000, 500 के नोट और x-ray रिपोर्ट,
बन्दा भले ही उसके विषय में कुछ जानता ना हो,
पर हाथ में आते ही ऊँचा करके देखता जरूर है।