खामोश चहरे पर हजारो पहरे होते है!

खामोश चहरे पर
हजारो पहरे होते है,
हँसती आँखों में भी
जख्म गहरे होते है,
जिनसे अक्सर
रूठ जाते है हम,
असल में उनसे ही
रिश्ते ज्यादा गहरे होते है .
ये दोस्ती का बंधन भी
बडा अजीब है…

मिल जाए तो बातें लंबी….
बिछड जाए तो यादें लंबी….।

ये बारिश भी तुम सी है!

ये बारिश भी तुम सी है,
जो थम गई तो थम गई।।

जो बरस गई तो बरस गई,
कभी आ गई यूँ बेहिसाब।।

कभी थम गई बन आफताब,
कभी गरज गरज कर बरस गई ।।

कभी बिन बताये यूँ ही गुज़र गई
कभी चुप सी है कभी गुम सी है
ये बारिश भी सच… तुम सी है…!!