पांव सूखे हुए पत्तों पे
अदब से रखना
धूप में मांगी थी तुमने
पनाह इनसे कभी
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
पांव सूखे हुए पत्तों पे
अदब से रखना
धूप में मांगी थी तुमने
पनाह इनसे कभी
तैर गये यूँ
तो हम सारा समुंदर,
डूबे
तो तेरी आखों में डूबे…