किफायत रंग लाती है इरादा जो नेक हो तेरा,
सिर्फ सिक्के जोड़ लेने से अमीरी नही आती….
Dil ke jazbaati lafzon ki ek mehfil ! | दिल के जज्बाती लफ्जो की एक महफ़िल !
किफायत रंग लाती है इरादा जो नेक हो तेरा,
सिर्फ सिक्के जोड़ लेने से अमीरी नही आती….
दौलत-ए-इश्क़ नहीं बाँध के रखने के लिये
इस ख़जाने को जहाँ तक हो लुटाते रहिये.!!
प्यार से तो ज़िन्दगी बरबाद होती होगी….. मगर उसके दर्द से दील आबाद रहता है …..
वो एक ही चेहरा तो नहीं सारे जहाँ में,
जो दूर है वो दिल से उतर क्यों नहीं जाता।
मैं अपनी ही उलझी हुई राहों का तमाशा,
जाते हैं जिधर सब, मैं उधर क्यों नहीं जाता।
सुना है इश्क की सजा मौत होती है…
तो लो मार दो हमे क्यूंकि प्यार करते है हम आपसे|
बे-नाम सा ये दर्द ठहर क्यूँ नहीं जाता,
जो बीत गया है वो गुज़र क्यूँ नहीं जाता..
कि आ रहा है अब होश हमें आहिस्ता आहिस्ता,
इश्क में जब हुए हम बेहोश आहिस्ता आहिस्ता…
तुझसे नाराज़ होकर कहाँ जाएँगे…
रोएँगे तड़पेंगे फिर लौट आएँगे
ये जो तेरा होकर भी ना होने का अहसास है…
बस ये अधूरापन ही मुझे जीने नहीं देता|
सफ़र में धूप तो होगी, जो चल सको तो चलो..
सभी है भीड़ में, तुम भी निकल सको तो चलो.!