बेअसर कहाँ होती है दुआ कोई भी…
या उसकी कुबूल होती है या मेरी कुबूल होती है!!
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कभी किसी से
कभी किसी से प्यार मत करना!
हो जाये तो इंकार मत करना!
चल सको तो चलना उस राह पर!
वरना किसी की ज़िन्दगी ख़राब मत करना!
शिकायतो की पाई पाई
शिकायतो की पाई पाई जोड़ कर रखी थी मैंने !उसने गले लगा कर.. सारा हिसाब बिगाड़ दिया ||
अपनी तकदीर में
अपनी तकदीर में तो कुछ ऐसे ही सिलसिले लिखे हैं;
किसी ने वक़्त गुजारने के लिए अपना बनाया;
तो किसी ने अपना बनाकर ‘वक़्त’ गुजार लिया!
सब कहते हैं
सब कहते हैं ज़िन्दगी में सिर्फ एक बार प्यार करना चाहिए, लेकिन तुमसे तो मुझे बार बार प्यार करने को दिल चाहता है।
सफ़र का लुत्फ़
सफ़र का लुत्फ़ लेना है तो सामान कम रखिये.. और जिंदगी का लुत्फ लेना है तो दिल मैं अरमान कम रखिये..
सुना है तुम ले लेती हो
सुना है तुम ले लेती हो हर बात का बदला..
आजमाएंगे कभी तुम्हारे होठो को चूम कर..
याद है मुझे वो चार पल
याद है मुझे वो चार पल की महोब्बत,
किसी ने हम पर भी एहसान किया था !!
जितना देखो उसे
जितना देखो उसे थकती नहीं आँखें वर्ना
ख़त्म हो जाता है हर हुस्न कहानी की तरह…
मत पूछों मुझसे
मत पूछों मुझसे मोहब्बत का हिसाब,
मैंने कतरों-कतरों में समन्दर बहाया है…