उसने भी तो खोया है मुझे . . . .
अपना नुकसान एक जैसा है . . . .
Tag: शर्म शायरी
मै भी खुद से खुश नहीं हूँ !
तुम्हारी नाराजगी बहुत वाजिब है…
मै भी खुद से खुश नहीं हूँ !
मुस्कुराकर आदाब करते हो
मुस्कुराकर आदाब करते हो . . . .
आदतेँ क्यूँ खराब करते हो . . .
जो महकते हो
जो महकते हो तेरी मोहब्बत से…मैंने उन जज़्बात से मोहब्बत की है…
सबके कर्ज़े चुका दूँ
सबके कर्ज़े चुका दूँ मरने से पहले,ऐसी मेरी नीयत है…
मौत से पहले तू भी बता दे ज़िंदगी,तेरी क्या कीमत है.!!!
एहसास ए मोहब्बत
एहसास ए मोहब्बत क्या है ज़रा हमसे पूछो ?
करवटें तुम बदलते हो नींद मेरी उड़ जाती है …
ग़ैरों से पूछता है
ग़ैरों से पूछता है तरीका निजात का…
अपनों की साजिशों से परेशान ज़िन्दगी… !!
तेरे बाद किसी को
तेरे बाद किसी को प्यार से ना देखा हमने,
हमें इश्क का शौक है आवारगी का नही…!
दिल को समझाने के बहाने
दिल को समझाने के बहाने बहुत हैं
पर आंखों के आँसू को छुपाऊँ कहाँ ?
मैं पसंद तो बहुत हूँ
मैं पसंद तो बहुत हूँ सबको,पर…
जब उनको मेरी ज़रुरत होती तब..!!