मत तरसा किसी को

मत तरसा किसी को इतना अपनी मोहब्बत के लिए…
क्या पता तेरी ही मोहब्बत पाने के लिए जी रहा हो कोई|

छा जाती है

छा जाती है खामोशी अगर गुनाह अपने हों..!!
बात दूसरे की हो तो शोर बहुत होता है….!!