तुझे मनाने के सारे तरीके खत्म हुए,
पर तेरे रुठने के बहाने|
Tag: शर्म शायरी
तुम्हें मुझ तक
तुम्हें मुझ तक मुझे तुम तक पहुँचाने के,
ख़ूबसूरत एहसास का नाम है शायरी।।
जो दिल में आए
जो दिल में आए वो सब करना,
बस एक गुजारिश है,
किसी से अधूरा प्यार मत करना।।
करीब आओगे तो
करीब आओगे तो शायद मुझे समझ लोगे,
ये फासले तो गलत फहमिया बढाते है।।
रिश्ते संजोने में
रिश्ते संजोने में एक इंसान झुकता चला गया,
और लोगो ने इसे उसकी औकात समझ लिया।।
सच्चे इश्क में
सच्चे इश्क में अल्फाज़ से ज्यादा,
एहसास की एहमियत होती है।।
तुम नाराज हो जाओ
तुम नाराज हो जाओ रूठो या खफा हो जाओ,
पर बात इतनी भी ना बिगाड़ो की जुदा हो जाओ।।
ख्वाब सिर्फ देखना नहीं
ख्वाब सिर्फ देखना नहीं सच भी करना है,
तुम पर सिर्फ मरना ही नहीं तुम्हे अपना करना है।।
भूल ही गये होंगे
भूल ही गये होंगे वो मुझे,
वरना इतने दिन तक कोई नाराज़ तो नहीँ रहता।।
इश्क के तोहफे
इश्क के तोहफे तुम क्या जानो सनम,
तुमने तो इश्क भी ऐसे किया जैसे ख़रीदा हो।।